मण्डा में चोरों ने शिक्षा के मन्दिर को बनाया निशाना, भामाशाहों द्वारा भेंट की सामग्री को नही लगाया हाथ
केकड़ी - निकटवर्ती गांव मण्डा के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में गत रात्रि चोरों ने विद्यालय के छह कमरों व आंगनबाड़ी केन्द्र के ताले तोड़़कर चोरी करने का प्रयास किया। उन्होंने विद्यालय की शिशुवाटिका और स्मार्ट रूम का भी ताला तोड़़ने का प्रयास किया मगर वे असफल रहे, इस पर उन्होंने उनके गेट को नीचे से सरिए से मोड़़कर अन्दर घुस गए और वहां पड़े़ स्कूल सम्बन्धी दस्तावेजों को बिखेर दिया।
भामाशाहों द्वारा भेंट की सामग्री को नही लगाया हाथ
अज्ञात चोरों ने शिशुवाटिका में खुले में रखी स्मार्ट टीवी, लैपटॉप, प्रिंटर, ऑटोमेटिक इलेक्ट्रिक बेल, वायरलेस साउंड सिस्टम, डिजिटल घड़ी, स्टाफ लॉकर और डिजिटल वेट मशीन को हाथ तक नही लगाया। इसके साथ ही वे रसोईघर में रखे गैस सिलेंडर, पोषाहार और दूध पाउडर को भी नही ले गए।
शिक्षक वैष्णव हुए भावुक
सुबह करीब 6 बजे वार्ड पार्षद मेघराज मीणा ने विद्यालय के शिक्षक दिनेश कुमार वैष्णव को विद्यालय के ताले टूटे होने की सूचना दी। चोरी की सूचना मिलने के बाद शिक्षक वैष्णव विद्यालय पहुंचे और वहां का नजारा देखकर भावुक हो गए। पिछले वर्षों में विभिन्न भामाशाहों को प्रेरित कर मण्डा़ विद्यालय में भौतिक संसाधनों को जुटाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने दूरभाष पर पुलिस थाने में सूचना दी, जिस पर कॉन्स्टेबल राजेन्द्र प्रसाद शर्मा ने मय जाब्ते के विद्यालय पहुंचकर मौका मुआयना किया।
कार्यवाहक संस्था प्रधान शबाना बानो ने पुलिस को दी अपनी रिपोर्ट में बताया कि वारदात के दौरान चोर स्कूल व आंगनबाड़ी से भले ही कुछ महंगा सामान लेकर नही गए हो, लेकिन स्कूल पर मरम्मत का भार जरूर डाल गए। चोरों ने विद्यालय की आलमारियों और खिड़़की दरवाजों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया।
वे मोबाईल चार्जर समझकर डोंगल के चार्जर को ले गए। इसके साथ ही उन्होंने रसोई घर का ताला तोड़कर वहां भी सारा सामान बिखेर दिया और वहां पड़ी तीन किलो शक्कर और चाय की पत्ती को अपने साथ ले गए।
विद्यालय प्रबन्धन समिति की अध्यक्ष मीरा बाई बैरवा व अन्य ग्रामवासियों ने अज्ञात असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है। स्कूल के ताले तोड़़ने का प्रयास करने का पता चलने पर ग्रामीणों में भी आक्रोश व्याप्त हो गया।





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