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शहीद की पत्नी का दर्द: भाजपा पार्षद और भाइयों पर धोखाधड़ी व धमकियों का आरोप, न्याय न मिलने पर आमरण अनशन का ऐलान

केकड़ी, 20 दिसंबर 2024- देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिक की पत्नी आज अपने ही देश में न्याय के लिए संघर्ष कर रही है। केकड़ी की हरि कॉलोनी निवासी रमेशी देवी जिनके पति गंगाराम बलाई भारतीय सेना में सैनिक थे और असम में शहीद हुए ने नगर परिषद केकड़ी के भाजपा पार्षद मनोज कुमावत उनके भाई अभिषेक कुमावत और अमित कुमावत पर 24 लाख रुपये की धोखाधड़ी, जातिसूचक अपमान और धमकियों का आरोप लगाया है। रमेशी देवी के अनुसार, शहादत के बाद उन्हें सरकार से मिली मुआवजा राशि पर आरोपियों की नजर थी। उन्होंने रमेशी देवी के बेटे राजकुमार मेघवंशी को झांसे में लेकर 24 लाख रुपये उधार लिए और वापस लौटाने से इनकार कर दिया। जब राजकुमार ने अपनी रकम वापस मांगी, तो भाजपा पार्षद मनोज कुमावत और उनके भाइयों ने उसे जातिसूचक गालियां दीं और धमकी दी।


रमेशी देवी ने 29 अक्टूबर 2024 को इस मामले में केकड़ी थाने में एफआईआर संख्या 489/2024 दर्ज करवाई। एफआईआर में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के साथ-साथ अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। एफआईआर के बावजूद अब तक पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। पीड़िता का आरोप है कि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और पुलिस से उन्हें कोई डर नहीं है। 


न्याय न मिलने पर आमरण अनशन का ऐलान

अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए रमेशी देवी ने कहा कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला और आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह आमरण अनशन पर बैठेंगी। 


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