डिजिटल शिक्षा से आत्मनिर्भर बनें महिलाएं: कुसुमलता मीणा
केकड़ी, 8 मार्च- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री नारी शक्ति परीक्षण एवं कौशल संवर्धन योजना के तहत मिशन राज लाइब्रेरी और स्कूल कंप्यूटर एजुकेशन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस विशेष आयोजन का उद्देश्य महिलाओं को डिजिटल साक्षरता और आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरित करना था। कार्यक्रम में कई गणमान्य अतिथियों ने हिस्सा लिया और महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर दिया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पुलिस थाना केकड़ी की CI कुसुम लता मीणा ने महिलाओं और बालिकाओं को डिजिटल साक्षरता के महत्व को समझाते हुए आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा आज के युग में डिजिटल जागरूकता हर महिला के लिए आवश्यक है ताकि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रह सकें और तकनीकी रूप से सशक्त बन सकें। इस अवसर पर महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष अनीता राठी वार्ड नंबर 36 की पार्षद उषा जैन और वार्ड नंबर 35 की पार्षद प्रीति जैन भी उपस्थित रहीं। उन्होंने अपने संबोधन में महिलाओं को शिक्षा और कौशल विकास के लिए प्रेरित किया और सरकार की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के डायरेक्टर रामराज कुमावत और डिंपल मैडम ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर भव्य स्वागत करते हुए किया। इस दौरान RS-CIT और RS-CFA कोर्स में चयनित छात्र-छात्राओं को पुस्तकों का वितरण किया गया, ताकि उनकी डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा मिल सके। डायरेक्टर रामराज कुमावत ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से महिलाओं को तकनीकी ज्ञान प्राप्त करने और आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी।
कार्यक्रम अधिकारी ज्योति मीना ने महिलाओं के अधिकारों और उनके सशक्तिकरण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा और डिजिटल साधनों का सही उपयोग महिलाओं को न केवल सुरक्षित बनाएगा बल्कि उन्हें करियर में भी आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करेगा। कार्यक्रम में मतदाता साक्षरता क्लब के तत्वावधान में मेहंदी और निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार साझा किए।
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