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गर्मी में स्वच्छता, पोषण और हाइजीन पर विशेष जोर – बालिकाओं को दी गई उपयोगी जानकारी


केकड़ी-यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ होम्योपैथी, केकड़ी के द्वारा आज राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, केकड़ी में अध्ययनरत छात्राओं एवं शिक्षकों के लिए गर्मी के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव विषय पर एक जन-जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।इस स्वास्थ्य जागरूकता शिविर में विद्यालय की लगभग 555 छात्राओं एवं शिक्षकों ने सहभागिता कर गर्मी से जुड़ी सामान्य लेकिन गंभीर बीमारियों की रोकथाम एवं उनके प्रति सजग रहने की जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर की गई। समस्त कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के व्याख्याता श्री बिरदी चन्द सैनी द्वारा किया गया।

शिविर की शुरुआत शिविर चिकित्सा प्रभारी डॉ. अंशुल चाहर द्वारा की गई। उन्होंने अपने व्याख्यान में गर्मी के मौसम में होने वाली आम बीमारियाँ जैसे हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, फूड पॉइजनिंग, उल्टी-दस्त, घमौरियाँ आदि के लक्षण, कारण एवं बचाव के उपायों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने बताया कि ये रोग यदि समय रहते न समझे जाएँ, तो गंभीर रूप ले सकते हैं। उन्होंने होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति की महत्ता पर प्रकाश डाला।सहायक आचार्य रिपर्टरी  विभाग डॉ. सीमा गुप्ता ने किशोरियों एवं बालिकाओं के स्वास्थ्य संरक्षण की दृष्टि से गर्मी के मौसम में संतुलित पोषण, जल सेवन, स्वच्छता और व्यक्तिगत हाइजीन की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्राओं को रोगों की रोकथाम और होम्योपैथिक चिकित्सा की भूमिका पर सरल एवं व्यावहारिक जानकारी प्रदान की।


शिविर के सफल संचालन में महाविद्यालय के चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थी अमित कुमार  सैनी एवं तहरीन अंसारी का विशेष योगदान रहा। शिविर के समापन अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती हेमन पाठक एवं उप-प्रधानाचार्य शिवशंकर राठौड़ ने चिकित्सकों की टीम का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।अंत में महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. संगीता जैन ने सभी आयोजकों को शिविर की सफलता के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया ।


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