Header Ads

test

आर्य समाज के शताब्दी समारोह में 6 दिवसीय रामकथा का समापन, कल होगा 100 कुंडीय यज्ञ

केकड़ी, 20 सितंबर। आर्य समाज के शताब्दी समारोह के अंतर्गत आयोजित 6 दिवसीय रामकथा का समापन रामराज्याभिषेक के साथ संपन्न हुआ। रामकथा के अंतिम दिन आचार्य भवदेव शास्त्री ने राम-सुग्रीव की मित्रता, हनुमान द्वारा अशोक वाटिका में माता सीता की खोज और लंका दहन के प्रसंग सुनाए। उन्होंने रामायण की शिक्षा को व्याख्यायित करते हुए बताया कि रामकथा से हमें समर्पण, प्रेम, श्रद्धा और आदर्श जीवन का संदेश मिलता है।


समारोह के संयोजक अशोक आर्य ने बताया कि शताब्दी समारोह के दौरान 15 से 20 सितंबर तक श्रीराम कथा का आयोजन किया गया। 21 सितंबर को 100 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन होगा, जिसकी अगुवाई ब्रह्मा डॉक्टर सोमदेव शास्त्री, पद्मनी कन्या गुरुकुल, चित्तौड़गढ़ करेंगे। इस अवसर पर आर्य जगत के विभिन्न विद्वानों द्वारा धर्मसभा और उपदेश दिए जाएंगे। 



समारोह में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे, जबकि अजमेर सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष मदन गोपाल चौधरी और उद्योगपति अनिल मित्तल विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। सायंकालीन सत्र में आर्य वीर दल के विद्यार्थियों द्वारा सामूहिक व्यायाम प्रदर्शन भी किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान आचार्य सत्यम, राम गोपाल किरोड़ीवाल, अशोक काबरा, भंवरलाल चौहान‌ वह सभी पत्रकारों का सम्मान किया गया। समारोह के आयोजन ने समर्पण, अनुशासन और वैदिक परंपराओं को पुनः जागृत किया, साथ ही समाज में आपसी प्रेम और सद्भाव का संदेश दिया।





No comments