रिश्वतखोरी की नई हद: पैसे नहीं मिले तो सोने की अंगूठी रखवा ली गिरवी!
अजमेर, 29 जनवरी 2025: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय के निर्देशानुसार अजमेर चौकी इकाई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भिनाय पुलिस थाने के कांस्टेबल अर्जुन लाल और ई-मित्र संचालक विक्रम शर्मा को 2000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरडा ने बताया कि ACB अजमेर को एक शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि भिनाय पुलिस थाने में दर्ज परिवाद की जांच कर रहे कांस्टेबल अर्जुन लाल ने परिवाद को बंद करने के बदले 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी।
रिश्वत की रकम और सोने की अंगूठी भी रखवाई
शुरुआती बातचीत में 7000 रुपये में सौदा तय हुआ, जिसमें से 3000 रुपये पहले ही ले लिए गए और शेष 4000 रुपये के बदले पीड़ित की सोने की अंगूठी ई-मित्र संचालक विक्रम शर्मा के पास रखवा दी गई। इसके बाद पीड़ित ने 18 दिसंबर 2024 को ACB में शिकायत दर्ज कराई। सत्यापन के दौरान 19 दिसंबर 2024 को 4000 रुपये की रिश्वत की मांग पाई गई, जिसमें 2000 रुपये तत्काल ई-मित्र संचालक को दिलवाए गए।
ACB टीम ने ट्रैप कर दबोचा
ACB अजमेर रेंज के उप महानिरीक्षक कालुराम रावत की निगरानी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भागचंद के नेतृत्व में इंस्पेक्टर दीनदयाल एवं अन्य अधिकारियों की टीम ने ट्रैप कार्रवाई की। आज कार्रवाई के दौरान कांस्टेबल अर्जुन लाल और ई-मित्र संचालक विक्रम शर्मा को रिश्वत की शेष 2000 रुपये की रकम लेते रंगे हाथों पकड़ लिया गया। जांच के दौरान रिश्वत की रकम ई-मित्र संचालक विक्रम शर्मा की जैकेट से बरामद की गई।
ACB कर रही गहन पूछताछ
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव के सुपरवीजन में आरोपियों से पूछताछ और आगे की जांच जारी है। ACB द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। भ्रष्टाचार के खिलाफ ACB की इस त्वरित कार्रवाई से पुलिस विभाग और प्रशासन में हड़कंप मच गया है। ब्यूरो ने साफ कर दिया है कि भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
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