वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत शिक्षा परीक्षा में गड़बड़ी! एक ही रोल नंबर पर दो छात्रों के परिणाम, अभिभावकों ने उठाए सवाल
केकड़ी- राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत शिक्षा परीक्षा-2025 में एक बड़ी तकनीकी गड़बड़ी सामने आई है। जानकारी के अनुसार एक ही रोल नंबर पर दो अलग-अलग नामों से परिणाम दिखाई देने का मामला उजागर हुआ है जिससे छात्र-छात्राओं और अभिभावकों में भारी असमंजस और चिंता का माहौल है।
घटना में जब एक अभिभावक अपने बच्चे की मार्कशीट डाउनलोड कर रहे थे उसमें नेहा नाम की एक छात्रा का विवरण सामने आया जिसके 75% से अधिक अंक दिखाई दे रहे थे। कुछ समय बाद वही रोल नंबर पुनः सर्च करने पर नाम बदलकर आयुष हो गया और उसके अंक भी बढ़कर 85% से अधिक हो गए। चौंकाने वाली बात यह है कि अभी भी जब 'नेहा' नाम से परीक्षा परिणाम खोजा जाता है, तो 'आयुष' के ही रोल नंबर से संबंधित परिणाम सामने आते हैं। साथ ही आयुष के हिंदी और अंग्रेज़ी विषयों में अपेक्षाकृत कम अंक दर्ज हैं जिससे अभिभावकों को इस पूरे परिणाम की सटीकता पर शक है।
अभिभावकों ने की जांच की मांग
अभिभावकों ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से इस मामले की जांच की मांग की है और आरोप लगाया है कि यदि समय रहते सुधार नहीं हुआ तो इससे छात्र के करियर पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि कहीं यह तकनीकी त्रुटि न होकर किसी तरह की लापरवाही या नामांकन प्रणाली में चूक तो नहीं है।
बोर्ड को देना चाहिए स्पष्टीकरण
विशेषज्ञों का मानना है कि परीक्षा परिणामों में पारदर्शिता और विश्वसनीयता बनाए रखना बोर्ड की पहली जिम्मेदारी है। इस तरह की गड़बड़ियों से न केवल छात्रों का भविष्य प्रभावित होता है बल्कि संस्था की साख पर भी सवाल उठते हैं।
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