रामद्वारा में चल रहे चातुर्मास प्रवचनों से भक्त ले रहे धर्मलाभ
27 जुलाई 2024-पुरानी केकड़ी स्थित रामद्वारा में अंतरराष्ट्रीय रामसनेही संप्रदाय के संत ललित राम जी महाराज और उनके शिष्य ईश्वर रामजी का चातुर्मास विगत 17 जुलाई से प्रारंभ हुआ है। चातुर्मास के दौरान प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से 10 बजे तक एवं रात्रि में 8 बजे से 9.30 बजे तक संत श्री के मुखारबिंब से भक्तिमय प्रवचनों का आयोजन हो रहा है, जिससे भक्तजन धर्मलाभ ले रहे हैं।
रामद्वारा सेवा समिति के तुलसी राम विजय ने बताया कि आज के प्रवचन में संत ललित राम जी महाराज ने अपने प्रवचन के माध्यम से गहन आध्यात्मिक ज्ञान साझा किया। उन्होंने कहा कि जिसने परमात्मा को खोजने का प्रयास किया, वह खो जाएगा। जिसने परमात्मा से कुछ माँगा, उसे फिर कुछ नहीं मिलेगा। लेकिन जिसने परमात्मा में रुककर, ठहरकर, आँखें बंद कर डूब गया, वही परमात्मा को पा सकता है।
संत ने वेदों का उद्धरण देते हुए कहा कि सत्य एक है लेकिन उसकी अभिव्यक्तियां अनेक हैं। प्रभु तो एक ही हैं, किंतु उन्हें प्रकट करने की विधियां विभिन्न हो सकती हैं। प्रवचन के दौरान बड़ी संख्या में भक्तजन, माताएं और बहनें उपस्थित रहीं और सभी ने संत के प्रवचनों से प्रेरणा प्राप्त की।



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