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बीसलपुर बांध का जलस्तर अपनी भराव क्षमता से 1 RL मीटर से दूर, त्रिवेणी का जल प्रवाह 2.80 मीटर

केकड़ी, 31 अगस्त 2024: बीसलपुर बांध के जलस्तर में दोपहर 12:00 बजे तक  जलस्तर 314.51 आरएल मीटर पर पहुंच गया है, जो कि इसकी कुल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर से मात्र 0.99 आरएल मीटर कम है। पिछले 24 घंटों में बांध के जलस्तर में मात्र 4 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है, यह धीमी लेकिन स्थिर वृद्धि है कि मानसून के शेष दिनों में यदि आवक इसी तरह बनी रहती है, तो बांध के ओवरफ्लो होने की संभावना और भी बढ़ जाएगी।


त्रिवेणी का प्रवाह: जलस्तर में और वृद्धि की उम्मीद

त्रिवेणी, जो बीसलपुर बांध के लिए प्रमुख जल स्रोत है, इस समय 2.80 मीटर पर बह रही है। । इस बांध से जयपुर, अजमेर, टोंक, ब्यावर, केकड़ी और अन्य कई शहरों में पानी की आपूर्ति की जाती है। बांध के जलस्तर में हो रही वृद्धि इन सभी क्षेत्रों के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि इससे आगामी महीनों में जल संकट की आशंका कम हो जाती है।

बीसलपुर बांध का ओवरफ्लो इतिहास

बीसलपुर बांध का ओवरफ्लो होना हमेशा से एक महत्वपूर्ण घटना रहा है। अब तक यह बांध छह बार ओवरफ्लो हो चुका है, पहली बार 2004 में जब यह पूरी क्षमता से भर गया था। इसके बाद 2006, 2014, 2016, 2019 और 2022 में भी बांध ने अपनी भराव क्षमता पूरी की थी। 2019 में बांध के 18 गेटों को खोलकर पानी की निकासी की गई थी, जो बांध के इतिहास में एक यादगार घटना थी। इस वर्ष भी बांध के ओवरफ्लो होने की उम्मीदें जाग उठी हैं।

त्रिवेणी संगम: बीसलपुर बांध की जीवनरेखा

त्रिवेणी संगम, जहां बनास, बेड़च और मेनाली नदियां मिलती हैं, बीसलपुर बांध के लिए जल आपूर्ति का मुख्य स्रोत है। बनास नदी में पानी की मुख्य आवक मेनाल झरने से होती है, जो गोवटा बांध से होकर त्रिवेणी तक पहुंचता है। त्रिवेणी से होकर यह पानी बीसलपुर बांध तक पहुंचता है, जिससे बांध का जलस्तर बनाए रखने में मदद मिलती है।

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