संत निरंकारी मिशन द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु ‘वननेस वन’ मेगा वृक्षारोपण परियोजना का विस्तार
केकड़ी, 9 अगस्त, 2024 - संत निरंकारी मिशन ने सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज और पूज्य निरंकारी राजपिता जी के दिव्य मार्गदर्शन और आशीर्वाद से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है। वर्ष 2021 में शुरू की गई ‘वननेस वन’ मेगा वृक्षारोपण परियोजना का उद्देश्य देशभर में वृक्षों के समूह या लघु वन का निर्माण और उनकी देखभाल करना है। इस परियोजना के तहत निरंतर वृक्षारोपण हो रहा है, जिससे पर्यावरण संतुलन को बढ़ावा मिल रहा है।
परियोजना का विस्तार और सफलता: संत निरंकारी मण्डल के सचिव जोगिन्दर सुखीजा ने बताया कि 2021 में परियोजना के प्रथम चरण में संपूर्ण भारत में लगभग डेढ़ लाख वृक्षों का रोपण किया गया। इन वृक्षों की देखभाल निरंकारी भक्तों ने पूरे वर्ष भर अत्यधिक समर्पण के साथ की, जिसके परिणामस्वरूप यह वृक्ष समूह अब लघु वन का रूप ले चुके हैं। इन क्षेत्रों में दुर्लभ और प्रवासी पक्षियों की भी उपस्थिति देखी जा रही है, जिनका अस्तित्व लगभग समाप्त हो चुका था। इन पक्षियों का प्राकृतिक संतुलन में अत्यधिक महत्व है।
सन् 2022 में परियोजना के दूसरे चरण में वृक्षों की संख्या बढ़कर 2 लाख के करीब पहुंच गई, और यह संख्या हर वर्ष बढ़ती जा रही है। अब तक लगभग 2.50 लाख वृक्ष लगाए जा चुके हैं, जिनकी निरंतर देखभाल की जा रही है। मिशन के सेवादार इन वृक्षों को स्थानीय जलवायु और भौगोलिक परिवेश के अनुसार लगाते हैं, और उनकी सुरक्षा और पोषण के लिए उत्तम जैविक खाद, स्वच्छ जल, और सिंचाई की नवीनतम तकनीकों का उपयोग किया जाता है।
चौथे चरण की शुरुआत: केकड़ी ब्रांच के मुखी अशोक कुमार रंगवानी ने बताया कि इस महाभियान के चौथे चरण का आरंभ 11 अगस्त, रविवार को संपूर्ण भारत में 600 से अधिक स्थानों पर ‘विशाल वृक्षारोपण अभियान’ के रूप में किया जाएगा। इस चरण में मिशन के अनुयायी और स्वयंसेवक मिलकर करीब 10 लाख वृक्ष लगाएंगे और तीन से पाँच वर्षों तक इनकी देखभाल करेंगे। केकड़ी में भी वृक्षारोपण के लिए भूमि का चयन कर लिया गया है, जिसमें 11 अगस्त को स्वयंसेवक सक्रिय रूप से भाग लेंगे।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में निरंकारी मिशन का योगदान
मीडिया सहायक रामचंद्र टहलानी ने बताया कि वर्ष 2020 में कोरोना संकट ने हमें प्रकृति की अमूल्य देन, ऑक्सीजन के महत्व को समझाया। वृक्षों की बढ़ती संख्या से न केवल वातावरण प्रदूषण मुक्त रहेगा, बल्कि स्थानीय तापमान भी नियंत्रित रहेगा। निरंकारी मिशन समय-समय पर ऐसी कल्याणकारी योजनाओं को क्रियान्वित कर पर्यावरण संरक्षण और धरती को संवारने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है।

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