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सालों बाद केकड़ी जिले के 21 में से 18 बांध लबालब भरे

6 सितंबर 2024- केकड़ी जिले में लगातार हो रही मानसूनी बारिश ने इस साल जलाशयों में पानी की अच्छी आवक हुई है। जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता डीके जैन ने जानकारी दी कि जिले के 21 में से 18 बांध पूरी तरह लबालब हो चुके हैं। इस पानी की आवक से वर्षों बाद कई बांधों में चादर चलने लगी है, जिसे देखने के लिए स्थानीय लोगों में विशेष उत्साह देखा जा रहा है।



 लगातार बारिश के कारण जिले में सिंचाई के साधनों में काफी सुधार हुआ है। जिले के ये 21 बांध और जल स्रोत सिंचाई के प्रमुख साधन हैं, जो कृषि क्षेत्र को सीधा प्रभावित करते हैं। जलाशयों के भरने से किसानों को आगामी रबी फसल की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा। इससे जल संकट की समस्या से जूझ रहे किसानों को बड़ी राहत मिली है। जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता डी के जैन के अनुसार, इस बारिश ने जिले के बांधों की स्थिति को पूरी तरह बदल दिया है, जो आगामी फसलों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी। 


ओवरफ्लो होने वाले प्रमुख बांधों में पारा प्रथम, पारा द्वितीय, लसाड़िया, अजगरा, ताज सरोवर अरनिया, मदन सरोवर धानवा, शहोदरा, मान सागर जोताया, टोरड़ी सागर, झड़ झोड़ली तालाब, विजय सागर फतेहगढ़ बांध, देह सागर बड़ली, बसुंदनी बांध, नाहर सागर पिपलाज बांध, भगवंतिया तालाब सरवाड़, गोविंद सागर सरवाड़, गज सागर सरवाड़ और घारेड़ा सागर शामिल हैं। ये सभी जलाशय पूरी तरह से भर चुके हैं, जिससे क्षेत्र के जल संसाधनों में स्थिरता बनी रहेगी। हालांकि, बांके सागर सरवाड़ बांध में अभी 67.40 प्रतिशत पानी की आवक हुई है, जबकि सिंदूर सागर सरवाड़ बांध में केवल 35.43 प्रतिशत पानी आया है। इसके बावजूद जिले के अधिकांश बांधों में पानी की आवक ने स्थानीय लोगों के बीच उम्मीदें बढ़ाई हैं। इस वर्ष की भारी बारिश ने कई बांधों में वर्षों बाद पहली बार चादर चलने की स्थिति बनाई है। किसानों में फसल उत्पादन को लेकर आत्मविश्वास बढ़ा है, और बारिश के इस दौर ने क्षेत्र में खेती और सिंचाई से जुड़े लोगों को एक नई ऊर्जा दी है।

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