केकड़ी जिले को हटाने की संभावनाओं पर दिव्यांगजन नाराज: दिव्यांगजन पर बढ़ेगा बोझ, फिर से दूर दराज के जिलों में जाना पड़ेगा
केकड़ी, 30 सितंबर 2024: केकड़ी जिले को यथावत बनाए रखने की मांग को लेकर दिव्यांगजन समाज में गहरी नाराजगी और चिंता व्याप्त है। राजस्थान प्रदेश विकलांग संघ ने केकड़ी जिले के संभावित विलय को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम जिला कलेक्टर को मंगलवार 1 अक्टूबर को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया है। संघ के प्रदेशाध्यक्ष महावीर प्रसाद कांसोटिया ने बताया कि मार्च 2023 में केकड़ी जिले के गठन के बाद से दिव्यांगजन को जिला कार्यालयों से संबंधित कार्यों के लिए बाहर नहीं जाना पड़ रहा है। इससे उन्हें बड़ी राहत मिली थी। उनका कहना है कि जिले के गठन से दिव्यांगजनों को उनके कार्य स्थानीय स्तर पर ही निपटाने की सुविधा मिल गई थी जिससे उनका समय और संसाधन बचता था।
हालांकि हाल ही में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने जिलों की समीक्षा के तहत कुछ जिलों को हटाने के संकेत दिए हैं जिसमें केकड़ी जिले का नाम भी शामिल है। इस बयान से दिव्यांगजन खासे आहत हैं क्योंकि उन्हें डर है कि अगर केकड़ी जिले को फिर से विलय किया गया तो उन्हें वापस दूरदराज के जिलों में अपने कामों के लिए जाना पड़ेगा, जिससे उनकी कठिनाइयाँ बढ़ेंगी।
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