आर्य समाज के सौ वर्ष इतिहास, संस्कृति, शिक्षा और सशक्तिकरण की यात्रा..दो दिवसीय शताब्दी समारोह संपन्न
केकड़ी 22 सितंबर- देश की आजादी का श्रेय गांधी व नेहरू ले गए, जबकि देश को आजाद करने वाले 85% सेनानी आर्य समाजी थे । धार्मिक लोग उदार व भोले होते हैं तथा इंग्लैंड में पढ़े कुछ स्वार्थी लोग कपटी थे। उन्होंने देशवासियों के साथ छल किया और अंग्रेजों की कठपुतली बन गए । उक्त विचार आर्य समाज केकड़ी के शताब्दी समारोह में “आर्य समाज का योगदान” विषय पर बोलते हुए संस्कृत के विद्वान् डॉ. स्वामीनाथ गुप्ता ने व्यक्त किए । उन्होंने कहा कि यदि देश की बागडोर भी देशभक्त आर्य समाज के हाथों में होती तो विभाजन भी नहीं होता ।
इस अवसर पर डॉ. सोमदेव शास्त्री स्वामी कृष्णानंद सरस्वती, स्वामी चेतनानंद, स्वामी दयानंद , आचार्य वरुण देव, डॉ. आराधना आर्य, आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान के प्रधान किशनलाल गहलोत, मंत्री जीव वर्धन शास्त्री, सुदक्षिणा शास्त्री, सीमा सोनी एवं पूर्व राजनयिक डॉ. मोक्षराज ने भी सभा को संबोधित किया । आर्य समाज केकड़ी के प्रधान अशोक आर्य, मंत्री कैलाश महावर, कोषाध्यक्ष, कमलेश माली, मूलचंद महावर, सत्यनारायण सोनी, बजरंग आर्य व वीर सिंह अलूदिया आदि ने अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
वहीं आर्य समाज का कहना है कि कुछ लोग भारत की संस्कृति के रक्षक नहीं बल्कि हत्यारे हैं । इस विषय में आर्य समाज के विद्वान् डॉ. सोमदेव शास्त्री, आर्य सन्यासी स्वामी चेतनानंद सरस्वती, आचार्य वरुण देव, आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान के प्रधान किशनलाल गहलोत एवं आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान के प्रवक्ता एवं पूर्व सांस्कृतिक राजनीतिक डॉ. मोक्षराज ने अपना आक्रोश व्यक्त किया।
महिला सम्मेलन हुआ- नारी शिक्षा, विधवा पुनर्विवाह, बाल विवाह से मुक्ति व बेमेल विवाह को रोकने वाले आर्य समाज की ओर से देश भर में कन्या गुरुकुलों के माध्यम से बालिकाओं को वेद विद्या सिखाई जाती है । इसी क्रम में आर्य समाज केकड़ी के शताब्दी समारोह में महिला सम्मेलन आयोजित किया गया । सम्मेलन की मुख्य वक्ता डॉ आराधना ने कहा कि नारी को अपनी शक्ति को पहचाननी होगी । सुदक्षिणा शास्त्री ने कहा कि जिस देश में नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं । आचार्या नर्मदा एवं अनुसूया ने भी विचार रखें तथा रानी पद्मिनी गुरुकुल की ब्रह्मचारिणियों ने अष्टाध्यायी के सूत्र बोले । महिला सम्मेलन का संचालन सीमा सोनी ने किया ।
महिला आर्य समाज की स्थापना - शताब्दी समारोह के अवसर पर आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान के प्रधान किशनलाल गहलोत एवं मंत्री जीव वर्धन शास्त्री ने महिला आर्य समाज की स्थापना की घोषणा की । महिला आर्य समाज की प्रधान कंचन अलूदिया , मंत्री सीमा सोनी, कोषाध्यक्ष सुनीता सोनी, पुस्तकालयाध्यक्ष माया जेतवाल, मनोनीत हुई तथा कार्यकारिणी में सरला नागोरिया, मधुबाला सोनी, कंचन सोनी, रानी आर्य, प्रेम महावर, मोहिनी सोनी, अनीता गुप्ता, मिथिलेश आर्य, मंजू गढ़वाल, मीना टेलर एवं ममता विजय सदस्य के रूप में मनोनीत हुई ।
आर्यवीर दल प्रदर्शन- आर्य वीर दल के वरिष्ठ व्यायाम शिक्षक भागचंद आर्य ने व्यायाम प्रदर्शन के दौरान संस्कार एकेडमी के विद्यालय के विद्यार्थियों को व्यायाम कराया। प्रदर्शन योगाभ्यास लाठी, भाला तलवार, पिरामिड और विभिन्न सूक्ष्म व्यायाम कराया ।विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में उत्साह पूर्वक भाग लिया । समारोह के अंत में मुंबई, अलवर ,अजमेर, चित्तौड़गढ़, नारनौल, जयपुर, टोंक और बांसवाड़ा से पधारे विद्वानों का सम्मान किया गया तथा ऋषि लंगर में सैकड़ो लोगों ने प्रसाद पाया प्रधान अशोक आर्य ने सभी अतिथियों का आभार व्यापित किया।




Post a Comment