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आयुर्वेदिक वैध के अभाव में लाखों रुपए की लागत का भवन फाक रहा है धूल

केकड़ी-  राजस्थान सरकार ने आम आदमी को आयुर्वेदिक चिकित्सा व्यवस्था से जोड़ने के लिए गोयला में 15 लाख रुपए की लागत से राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय का भवन बनवाया। सरकार का उद्देश्य है कि मरीजों को घर बेठे चिकित्सा सुविधा का लाभ मिले लेकिन पिछले एक वर्ष से आयुर्वेद वैध का पद रिक्त चल रहा है यहां कार्यरत वैध का तबादला होने के बाद विभाग ने यहां किसी को नहीं लगाया जिसके चलते आयुर्वेद औषधालय एक नर्सिंग स्टाफ के भरोसे चल रहा है ।


वैध एवं नर्सिंग स्टाफ का पद स्वीकृत हैं लेकिन एक वर्ष से पद रिक्त चल रहा है जिसके चलते मरीजों को सुविधा नहीं मिल पाती है। नर्सिंग स्टाफ सुनिता छीपा औषधालय पहुंचकर ताला खोलकर बैठ जाती है। दिन में आने वाले मरीजों को नर्सिंग स्टाफ अपने स्तर पर दवा देती है । यहां पर सराना से आयुर्वेद वैध पवन कुमार को एक सप्ताह में सोम मंगल के लिए लगाया हुआ है।लोगों को योगा के लिए प्रेरित करने के लिए औषधालय में योगा कक्ष बनवाया लेकिन योगा कक्ष के ताले लटके हुए हैं 15 लाख की लागत से भवन बनाया गया लेकिन वैध के अभाव में भवन धूल फाक रहा है ।आयुष हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में निःशुल्क दवाएं उपलब्ध है जेसे चिकित्सा अधिकारी से परामर्श सुविधा प्राथमिक जांच सुविधा गर्भवती महिला एवं बच्चों के जन्म के समय स्वास्थ्य परामर्श सुविधा नवजात शिशु स्वास्थ्य परामर्श सुविधा आयुष औषधीयो की उपलब्धता । किशोर किशोरियों एवं बुजुर्गों के स्वास्थ्य की परामर्श सुविधा मानसिक स्वास्थ्य की परामर्श सुविधा औषधीय पौधों की जानकारी की सुविधा । वेलनेस सेवाएं योग व्यायाम की सुविधा इसके अलावा देने की योग्य अभ्यास करवाया जाता है राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय में हीमोग्लोबिन ब्लड शुगर गर्भावस्था डेंगू मलेरिया आदि की जांच होती है वही प्रकृति परीक्षण औषधीय की उपलब्धता व गैर संक्रामक रोग जैसे उच्च रक्तचाप मधुमेह मुंह का कैंसर स्तन कैंसर एवं गर्भाशय ग्रीवा कैंसर का सर्वे द्वारा द्वारा निदान किया जाकर उपचार में सहयोग किया जाता है वही आहार दिनचर्या ऋतुचर्य की जानकारी प्रदान की जाती है वही औषधि पादपो के उपयोग से संबंधित जानकारी दी जाती है।

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