राज्य में पहली बार होगा मॉक ब्लैकआउट, हर जिले में बजेगा अलर्ट सायरन – प्रशासन अलर्ट मोड पर
अजमेर- राज्य की नागरिक सुरक्षा को लेकर अब कोई चूक नहीं! किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को परखने और तंत्र को मजबूत बनाने के लिए मंगलवार को राजस्थान शासन के उच्च स्तर पर एक बड़ा निर्णय लिया गया। सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल से मुख्य सचिव सुधांश पंत ने सभी संभागीय आयुक्तों, आईजी, जिला कलेक्टरों और एसपी से सीधे संवाद किया। 7 मई को प्रस्तावित राज्य स्तरीय मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट के लिए दिशा-निर्देश दिए गए और कहा गया कि संचार प्रणाली में कोई भी कमी नहीं रहनी चाहिए – हर अलर्ट सिस्टम सक्रिय और सायरन पूरी क्षमता से तैयार हों!
बैठक में गृह एवं आपदा प्रबंधन एवं नागरिक सुरक्षा, जल संसाधन एवं पीएचईडी विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व स्वायत्त शासन विभागों के प्रमुख शासन सचिव, चिकित्सा शिक्षा एवं उच्च शिक्षा व तकनीकी शिक्षा विभागों के शासन सचिव, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के आयुक्त एवं संयुक्त शासन सचिव, पुलिस महानिदेशक राजस्थान, महानिदेशक इन्टेलिजेन्स, महानिदेशक गृह रक्षा, प्रबंध निदेशक, जयपुर, अजमेर एवं जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड़, प्रबंधक, उ.प. रेलवे जयपुर, कमाण्डेंट, राज्य आपदा प्रतिसाद दल, ग्रुप कैप्टन, एयर फोर्स स्टेशन, महाप्रबंधक, भारत संचार निगम लिमिटेड, कमाण्डेंट छठी बटालियन राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, एनसीसी निदेशक, जयपुर एयरपोर्ट निदेशक इत्यादि अधिकारीगण उपस्थित थे। सभी अधिकारीगण ने बैठक में आपसी समन्वय से मॉक ड्रिल संपन्न करने हेतु प्रतिबद्धता जाहिर की। अजमेर से वीसी के माध्यम से संभागीय आयुक्त महेश चंद्र शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश, पुलिस अधीक्षक वन्दिता राणा, अतिरिक्त जिला कलक्टर गजेंद्र सिंह राठौड़ एवं वंदना खोरवाल सहित प्रशासन, पुलिस एवं विभागीय अधिकारी जुड़े।
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