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साइबर ठगी में गई राशि पुलिस ने दिलवाई वापस, बाबूलाल मीणा को मिली राहत

केकड़ी- शहर थाना क्षेत्र में साइबर ठगी के शिकार हुए एक राजकीय कर्मचारी को उसकी पूरी राशि वापस दिलाकर केकड़ी पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्य किया है। बाबूलाल मीणा जो केकड़ी तहसील में गिरदावर पद पर कार्यरत हैं और वर्तमान में उनकी पोस्टिंग बघेरा में है उनके एचडीएफसी बैंक एवं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के केकड़ी स्थित खातों से अज्ञात साइबर ठगों ने तीन बार में कुल 1,30,556 रुपये की ऑनलाइन ठगी कर ली। ठगी की पहली घटना में खाते से 50,000 रुपये, दूसरी बार में 39500 रुपये और तीसरी बार में 31056 रुपये निकाले गए। जैसे ही बाबूलाल मीणा को खाते से रकम निकलने की जानकारी मिली उन्होंने तत्परता दिखाते हुए तुरंत केकड़ी शहर थाना पुलिस को सूचना दी। केकड़ी शहर थानाधिकारी कुसुमलता मीणा ने बताया कि सूचना मिलते ही मामला गंभीरता से लिया गया और उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार कार्रवाई शुरू की गई।


 पुलिस अधीक्षक अजमेर वंदिता राणा द्वारा जिले में साइबर ठगी से जुड़े मामलों के त्वरित समाधान के लिए सभी थानाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्योराजमल मीणा तथा वृताधिकारी हर्षित शर्मा के सुपरविजन में साइबर अपराधों पर रोकथाम हेतु विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में केकड़ी थाना साइबर टीम ने साइबर प्रहरी नीरज के सहयोग से संबंधित बैंक खातों को होल्ड कराते हुए आवश्यक केवाईसी व स्टेटमेंट दस्तावेज एकत्र किए और पूरा मामला दस्तावेज सहित न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। कोर्ट ने संपूर्ण राशि बाबूलाल मीणा के खाते में जमा करने के आदेश दिए, जिसके बाद बैंक के माध्यम से 130556 रुपये की पूरी राशि वापस की गई। राशि वापसी के बाद बाबूलाल मीणा ने कहा कि "मैंने तो पैसे वापस मिलने की उम्मीद ही छोड़ दी थी लेकिन शहर थाना प्रभारी कुसुमलता मीणा और साइबर प्रहरी नीरज सिंह ने दिन-रात मेहनत कर फ्रॉड करने वालों पर कड़ा शिकंजा कसा और मेरी मेहनत की कमाई मुझे लौटा दी।" उन्होंने केकड़ी शहर पुलिस की कार्यशैली की खुले दिल से सराहना की। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी कुसुमलता मीणा एवं कांस्टेबल नीरज की विशेष भूमिका रही। 


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