67 स्टूडेंट को कैसे मिली NEET में फर्स्ट रैंक?:टॉपर्स में 8 एक सेंटर से; स्टूडेंट्स बोले- पेपर लीक हुआ या फिर गड़बड़ी
नीट वो परीक्षा है जिसमें डॉक्टरी की पढ़ाई की इच्छा रखने वाले विद्यार्थी शामिल होते हैं। इसके स्कोर के आधार पर उन्हें मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिलता है। अब इस रिजल्ट में गड़बड़ी के आरोप सामने आ रहे हैं। इस बार NEET के नतीजों ने सबको चौंका दिया। हरियाणा के झज्जर के एक सेंटर में ही 8 छात्रों को 720 में से 720 नंबर मिले।
इन नतीजों के ख़िलाफ़ अभिभावकों ने जींद के अतिरिक्त उपायुक्त के पास शिकायत दर्ज करवाई है और मामले की जांच करने को कहा है। साथ ही अदालत में भी गुहार लगाई जा रही है। नीट एग्जाम में हुई धांधली को न्यू कोटा हॉस्टल एसोसिएशन एवं स्टूडेंट्स ने बड़ी खामी बताते हुए अतिरिक्त जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है। कोटा में कुछ कोचिंग स्टूडेंट ने इस मामले में जांच की मांग की है। जिन बच्चों के भविष्य से खिलवाड हुआ है, उन्हें मार्गदर्शन कर इनका समाधान किए जाने की मांग उठाई गई है।
नीट यूजी में एक साथ 67 कैंडिडेंट्स के 720 में से 720 अंक लाने पर सवाल उठ रहे हैं। कई कोचिंग इंस्टीट्यूट और कैंडिडेट्स का यह तर्क है कि जहां नीट यूजी में एक या दो बच्चों को 720 में 720 अंक मिलते थे, वहीं इस बार 67 कैंडिडेट्स को 720 में से 720 अंक कैसे मिल सकते हैं। इसमें आठ कैंडिडेट्स एक ही परीक्षा केंद्र से थे।
कोचिंग सिटी कोटा के शिक्षाविद नितिन विजय करेंगे याचिका दायर, नीट से जुड़े करीब 12हजार से अधिक स्टूडेंट्स की ओर से दायर करेंगे याचिका । मध्य प्रदेश में नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट के रिजल्ट पर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई। जबलपुर की रहने वाली छात्रा अमीषा वर्मा ने परीक्षा में भाई-भतीजावाद यानी नेपोटिज्म का आरोप लगाया है। साथ ही कई टॉपर्स के रिजल्ट पर भी सवाल खड़े किये हैं।


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