यज्ञ से जहां मन की चेतना में विकास होता है, वही वातावरण में फैली अशुद्धियां दूर होती हैं...साथ ही भागवत कथा सुनने से सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है- स्वामी जगदीशपुरी महाराज
केकड़ी- शक्कर गढ स्थित श्री अमर ज्ञान निरंजनी आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी जगदीश पुरी महाराज ने कहा कि यज्ञ से जहां मन की चेतना में विकास होता है, वही वातावरण में फैली अशुद्धियां दूर होती हैं। साथ ही भागवत कथा सुनने से सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है। स्वामी जगदीशपुरी महाराज यहां मीणों के नया गांव में 111 कुण्डीय श्री विष्णु महायज्ञ एवं श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान व्यासपीठ पर विराजमाने होकर बडी संख्या में उपस्थित महिला पुरूष श्रद्वालुओं को कथामृत पान करवा रहे थे।
कथा के दूसरे दिन रविवार को उन्होंने भागवत के महातम्य का वर्णन करते हुए कहा कि श्रीमद भागवत कथा सुनने से हमारे जन्मों के पाप नष्ट हो जाते है और इसको सुनने से मन में आध्यात्मिक विकास होता है और जहां अन्य युगों में मोक्ष की प्राप्ति करने के लिए कड़ी मेहनत और परिश्रम करनी पड़ती थी वहीं कलयुग में श्रीमद भागवत कथा सुनने मात्र से मुक्ति मिल जाती है। भागवत कथा सुनने से व्यक्ति के अंदर का सोया हुआ ज्ञान और वैराग्य सब वापस आ जाते है। उन्होंने कहा कि भागवत कथा उस कल्पवृक्ष के समान हैं जो हमारी इच्छाओं की पूर्ति कर देता है। कथा के दौरान ब्रह्मचारी महेन्द्र चैतन्य व नारायण चैतन्य सहित सुप्रसिद्ध गायक चन्द्रमोहन शर्मा ने कई भक्तिभजन प्रस्तुत किए जिन पर कई महिला पुरूषो ने भावविभोर होकर नृत्य किया। प्रारम्भ में यजमान सीताराम मीणा द्वारा भागवत भगवान का पूजन किया गया। रविवार को कथा के दौरान सत संस्कार सेवा समिति केकड़ी के संरक्षक बिरदीचन्द नुवाल,केकड़ी गौशाला के गौ सेवक राम अवतार डोडिया व छीतर मल न्याती सहित भंवर लाल जेतवाल ने व्यासपीठ को प्रणाम कर स्वामी जगदीश पुरी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। आयोजन समिति के सचिव सरपंच रामप्रसाद मीणा ने बताया कि कथा प्रतिदिन सुबह नो से दोपहर एक बजे तक हो रही है जिसमे कडी संख्या में ग्रामीण महिला पुरुष शामिल हो रहे है।
111 कुंडात्मक यज्ञ देखने उमड रही है भीड
देवनारायण धाम पर चल रहे नौ दिवसीय 111 कुण्डीय श्रीविष्णु महायज्ञ के दर्शनार्थ भी बडी संख्या में श्रद्वालुओं की भीड उमड रही है। यज्ञ सम्राट शंकरदास बापू के सानिध्य में चल रहे इस महायज्ञ में दर्जनों विद्वान पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन कुण्ड में आहूतियां दी जा रही है जिससे दिनभर पूरा क्षेत्र मंत्रो से गुजांयमान रहता है।
यज्ञ समिति द्वारा श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ यज्ञ शाला को बड़े ही आकर्षक ढंग से सजाया गया है जिससे यज्ञशाला लोगों को अनायास वही रूकने पर मजबूर कर रही है। इसके साथ ही मानस पाठ, अखंड रामधुन, सुगंधित धूप की खुशबू यज्ञ स्थल के चारों ओर फैलने लगी है,जिससे पूरा माहौल धार्मिक बना हुआ है।
झूले चकरी बने आकर्षण का केन्द्र
आयोजन स्थल पर बडे बडे झूले और चकरी भी लगाए गए है जो प्रचण्ड गर्मी के इस दौर में सुबह और देर शाम तक बच्चों और खासकर महिलाओं के आकर्षण का विशेष केन्द्र बने हुए है। यज्ञ में आने वाले ग्रामीण जन इन झूले चकरियां का भरपूर लुत्फ उठा रहे है। इसके अलावा अन्य कई प्रकार की दुकाने भी सज गई है जिससे आयोजन स्थल देवदरबार धाम पर मेले जैसा नजारा दिखाई देने लगा है।





Post a Comment