इमरजेंसी लगाने वाले संविधान की प्रतियां लेकर प्रदर्शन का ढोंग बन्द करे- शत्रुघ्न गौतम...कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या की-हेमराज मीणा
केकडी 25 जून- आपात काल का काला दिवस के रूप में 25 जून को भारतीय जनता पार्टी केकडी जिला स्तरीय कार्यक्रम घण्टाघर पर आयोजित हुआ।कार्यक्रम में भाजपा भरतपुर सम्भाग प्रभारी व मुख्यवक्ता हेमराज मीणा,केकडी विधायक शत्रुघ्न गौतम,जिला उपाध्यक्ष व कार्यक्रम संयोजक सुभाष वर्मा,जिला सह संयोजक नरेंद्र सिंह रावत,जिला महामंत्री रायचन्द बागड़ी,मण्डल अध्यक्ष अनिल राठी,सत्यनारायण गुर्जर,महेश शर्मा,राजबीर भींचर,रामेश्वर गोस्वामी,नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र चौधरी,जिला उपाध्यक्ष रिंकू कंवर,केकडी प्रधान होनहार सिंह,महिला मोर्चा जिला उपाध्यक्ष पूनम कंवर,भाजपा नेता राजेन्द्र विनायका मंचाशीन रहे। प्रारंभ में मंडल महामंत्री अर्जुन सिंह शक्तावत रामबाबू सागरिया,कन्हैया लाल विजय गिरधर सिंह छाबड़िया,कमल सांखला किसान मोर्चा जिला मंत्री धनराज चौधरी, संतोष राठी दशरथ चौधरी विष्णु साहू राकेश शर्मा हनुमान धाकड़ प्रीतम जैन,मोहित शर्मा, सुरेश चौधरी,मनोज कुमावत,सुरेश साहू,लोकेश साहू, संजय बेनीवाल, रोहित जांगिड़,केलाश चौधरी,ज्ञान प्रकाश राठी,नरेंद्र सुवालका ने दुपट्टा पहना कर अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता भरतपुर संभाग प्रभारी हेमराज मीणा ने कहा कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा उनके चुनाव को वैध घोषित करने के खिलाफ जब सर्वोच्च न्यायालय में अपील की लेकिन सर्वोच्च न्यायालय द्वारा भी इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले को कायम रखे जाने के बाद जब इंदिरा गांधी ने सोचा कि अब वह सत्ता पर किस प्रकार का बीज रहेगी तो उन्होंने आनंद-पणन में तत्कालीन राष्ट्रपति के द्वारा देश में आपातकाल लागू कर दिया गया जिसके फल स्वरुप पूरे देश में सेंसरशिप लागू हो गई लोगों को अपने स्वतंत्रता का अधिकार छीन लिया गया कोई बोल नहीं सकता था कोई कुछ कर नहीं सकता था यहां तक की लोगों को बेवजह बिना कोई कारण बताएं जेल में ठूंस दिया गया पूरा भारत एक तरह से कारागृह बन गया यहां तक की पढ़ने वाले विद्यार्थियों तक को नहीं छोड़ा गया उनको भी बेवजह जेल में डाल दिया गया इसका मैं खुद उदाहरण हूं मैं उसे दौरान अध्यनरत था मुझे भी बेवजह जेल में डाल दिया गया ऐसे कई अबोध युवा थे संपूर्ण विपक्ष के नेताओं को आपातकाल लागू होने से पूर्व ही जेल में बंद कर दिया गया क्योंकि इंदिरा सरकार को आशंका थी कि यदि यह नेता बाहर रहे तो देश में आंदोलन होगा और उनका यह कुचक्र ज्यादा लंबे समय तक नहीं चल पाएगा इसलिए उन्होंने चुन चुन कर सभी विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया गया।ऐसे आपातकाल के आंदोलन के दौरान हमारे जागरूक महापुरुषों ने संघर्ष किया जिसके फल शुरू इंदिरा सरकार को यह काला कानून वापस लेकर देश में चुनाव घोषित करने पड़े जिसमें कांग्रेस का सफाया हो गया और खुद इंदिरा गांधी चुनाव हार गई तथा मित्रों ऐसे संविधान प्रदत्त मौलिक अधिकारों को अनिरुद्ध जारी रखने के लिए हमें मुकरता से कार्य करना होगा और जब तक हम जिंदा है हम अपने आने वाली वीडियो को भी इस काले कानून के बारे में बताते रहें जिससे वह भी कांग्रेस के काले कारनामों से जागरुक होकर आगे अपना व देश का भविष्य निर्धारण कर सके।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय विधायक शत्रुघ्न गौतम ने कहा कि आपातकाल का ऐसा काला अध्याय था जिसे याद करते ही दिल में सिहरन फूट पड़ती है हमारे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने संस्करण सुनते हैं कि उसे वक्त ऐसा तानाशाह शासन चला कि बिना वजह लोगों को पकड़ पकड़ कर जेल में बंद किया जाने लगा यहां तक कि वह जेल में खाना देने के तो कांग्रेस सरकार एक डरी हुई थी कि खाना देने जाने वाले को भी पकड़ के जेल में डाल दिया कि कहीं यह भी आगे चलकर आंदोलन का विरोध नहीं कर सके इसी एक बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि तत्कालीन सरकार कितनी देरी हुई थी और अपने सत्ता को कायम रखने के लिए किस हद तक नीचे गिर सकती थी अतः आप सभी से मैं आव्हान करता हूं कि अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के प्रति सजग रहे हैं और जिस कांग्रेस ने संविधान की हत्या की आज वही कांग्रेस कई मौके पर संविधान की प्रतिया लेकर प्रदर्शन करती है इनको शर्म नहीं आती कि जिन्होंने संविधान का गला घोट कर देश में कानून का राज खत्म किया आज वह किस मुंह से संविधान की बात करते हैं साथियों आज लोकतंत्र में नरेंद्र मोदी जैसा गरीबों का कल्याण करने वाला व संविधान का रक्षक होने वाले प्रधानमंत्री मौजूद है जिन्होंने धारा 370 की समाप्ति की देश में कई राष्ट्रवादी कानून लागू किया इसीलिए देश की जनता ने उन्होंने तीसरी बार प्रधानमंत्री चुना और आने वाले भविष्य में भी वह देश के प्रधानमंत्री बने रहेंगे ।कार्यक्रम संयोजक सुभाष वर्मा ने कहा कि आपातकाल के दौरान कांग्रेस के मुख्य इंदिरा गांधी ने देश में जबरन इमरजेंसी लगाकर कानून का राज खत्म किया और लोगों को बेवजह जेल में कौनसा और उनको तरह-तरह की आत्माएं दी गई जगन जगन जगन्य कानून का मैं खुद दर्शक रहा हूं जब में मात्र 6 वर्ष का था मेरे पिताजी
मुझे साथ लेकर बाजार जा रहे थे तब देश मे एकाएक आपात काल की घोषणा कर दी गई और पुलिस ने मेरे पिताजी के साथ-साथ मुझ जैसे अबोध बालक को भी जेल में डाल दिया और बाद में जाकर मुझे काफी समय बाद छोड़ा व मेरे पिताजी को अमृतसर जेल में डाला मित्रों उसे वक्त के इस आपातकाल से देश का कोई वर्ग अछूता नहीं रहा अतः हमें सतत जागरूक रहते हुए लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए आने वाली पीढ़ियों को कांग्रेस के इस काले कारनामे से अवगत कराते रहना है इसके लिए भारतीय जनता पार्टी प्रतिवर्ष 25 जून को काला दिवस के रूप में मनाकर देश के आने वाली पीढ़ी को जागरूक रखने का कार्य करती है।
जिला सह संयोजक नरेंद्र सिंह रावत,जिला महामंत्री रायचन्द बागड़ी,मण्डल अध्यक्ष अनिल राठी,सत्यनारायण गुर्जर,महेश शर्मा,धनराज नायक,कन्हैया लाल जेतवाल,ज्ञानेश्वर व्यास ने भी सम्बोधित करते हुए कांग्रेस सरकार के इस काले कानून की कड़ी भर्त्सना की।कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री रायचन्द बागड़ी व अनिल राठी ने किया। कार्यक्रम में भाजपा पदाधिकारी व जनप्रतिनिधियों सहित सेंकडो गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने अपनी बांह पर काली पट्टी बांधकर अपना विरोध प्रदर्शित किया।



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