रक्तदान जीवनदान ग्रुप की मिसाल—छह यूनिट रक्त से तीन परिवारों को नई उम्मीद
केकड़ी- सदारा के युवा एक बार फिर इंसानियत की मिसाल बने हैं। रक्तदान जीवनदान ग्रुप सदारा की टीम ने बीते 24 घंटों में जयपुर के तीन विभिन्न अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए कुल 6 यूनिट रक्तदान कर कई परिवारों को नई उम्मीद दी। यह सिर्फ रक्तदान नहीं, बल्कि संकट की घड़ी में मानवता की सबसे बड़ी सेवा का अहसास था।
नारायणा हॉस्पिटल में भर्ती रामघनी देवी गुर्जर को पाँच यूनिट रक्त की आवश्यकता होने पर ग्रुप ने तुरंत 3 यूनिट ब्लड उपलब्ध कराया। इसी दौरान जेके लोन हॉस्पिटल में भर्ती सिर्फ 2 वर्षीय मासूम आशीष कहार के लिए दो यूनिट रक्त की जरूरत पड़ी, जिसमें एक यूनिट संस्था द्वारा और एक यूनिट स्वयं व्यवस्था कर परिवार को राहत पहुंचाई गई। वहीं फोर्टिस हॉस्पिटल में भर्ती भीलवाड़ा की मंजू कोकटा के लिए दो यूनिट रक्त की मांग हुई, जिसे भी ग्रुप ने तुरंत पूरा कर दिया।
इस मानवीय सेवा अभियान में सदारा के छह युवाओं ने आगे बढ़कर रक्तदान किया आशिफ मोहम्मद बागवान ने अपने जीवन का 24वाँ रक्तदान किया, रोहित गुर्जर और शंकर गुर्जर ने 6-6वीं बार रक्तदान किया, पिंटू कहार चौथी बार आगे आए, जबकि रामलाल रेगर ने तीसरी और मुकेश कहार ने पाँचवीं बार रक्तदान किया।
ग्रुप के सचिव आशिफ मोहम्मद बागवान का कहना है कि “किसी के जीवन की अंतिम उम्मीद अक्सर एक यूनिट रक्त पर टिकी होती है, और हम वही उम्मीद बनना चाहते हैं।” सदारा के इन युवाओं की यह सेवा सिर्फ मरीजों को जीवनदान नहीं देती, बल्कि पूरे समाज को यह संदेश देती है कि रक्तदान सिर्फ कर्तव्य नहींमानवता का सबसे पवित्र महादान है।

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