एमएलडी में 68वीं जिला स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता का समापन, विजेता खिलाड़ी राज्य स्तर पर करेंगे केकड़ी का प्रतिनिधित्व
श्री मिश्रीलाल दुबे उच्च माध्यमिक अकादमी केकड़ी के संयोजन में 68वीं जिला स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन एमएलडी कॉलेज केकड़ी के मैदान में संपन्न हुआ। इस प्रतियोगिता में 17 और 19 आयु वर्ग के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और विभिन्न राउंड में अपने कौशल का प्रदर्शन किया। 17 वर्षीय छात्रा वर्ग में इंडियन राउंड के विजेता शिवानी चंदेल, आरती झारोटिया, लता शर्मा और शांति कुमारी गुर्जर रहे। रिकर्व राउंड में रिद्धिमा चौधरी, सानिया खान, चेतना साहू और खुशी साहू ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। 19 वर्षीय छात्रा वर्ग में इंडियन राउंड में कविता सैनी, इंदुबाला शर्मा, प्रिया चौधरी और कविता चौधरी ने बाजी मारी, जबकि रिकर्व राउंड में रितिका बड़ोदिया, दिव्यांशी गोस्वामी, मीनाक्षी नायक और निकिता चावला ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
17 वर्षीय छात्र वर्ग में इंडियन राउंड में अजय राज सिंह, युवराज चौधरी, ललित वैष्णव और दिव्यांश मेघवंशी विजेता रहे, वहीं रिकर्व राउंड में आयुष सामरिया, केशव वैष्णव, अमन चौधरी और केशव सैनी ने शीर्ष स्थान प्राप्त किए। 19 वर्षीय छात्र वर्ग में इंडियन राउंड के विजेता संस्कार कुमावत, अक्षय बैरवा और रोहन लखारा रहे, जबकि रिकर्व राउंड में हर्षित जैन, विशाल सेन, अभिषेक कुम्हार और रमेश चौधरी ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। इन सभी खिलाड़ियों का चयन राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए किया गया है, जहां वे केकड़ी जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह प्रतियोगिता नीमराणा, अलवर में आयोजित की जाएगी।
प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार पारीक ने बताया कि प्रतियोगिता के सफल आयोजन में तकनीकी सलाहकार एवं सचिव वीरेंद्र प्रताप सिंह राठौड़, सदस्य सद्दाम हुसैन, शकुंतला सागर, कृष्णा जांगीड, छोटू लाल गुर्जर, निर्णायक अयूब खान, आसाराम गुर्जर, भगवान सिंह आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने पारदर्शिता और निष्पक्षता से निर्णय दिए और सभी प्रतिभागियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी। इस अवसर पर संस्थान के सचिव चंद्र प्रकाश दुबे, डॉ. अविनाश दुबे, अनिरुद्ध और प्रधानाचार्य ने राज्य स्तर पर चयनित तीरंदाजी के खिलाड़ियों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि तीरंदाजी का खेल भारतीय संस्कृति और इतिहास से गहराई से जुड़ा हुआ है और इसकी बढ़ती लोकप्रियता से केकड़ी में तीरंदाजी का भविष्य उज्ज्वल दिखाई दे रहा है।
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