जिला बचाओ आंदोलन: केकड़ी में पूर्ण बंद, अधिवक्ताओं ने निकाली रैली
जिला केकड़ी: जिले को बचाने के लिए चल रही ‘जिला बचाओ मुहिम’ ने आज एक नया मोड़ लिया जब शहर के व्यापारियों और अधिवक्ताओं ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान स्वेच्छा से बंद रखे, जबकि अधिवक्ताओं ने पूरे शहर में दुपहिया वाहनों के साथ रैली निकालकर अपना समर्थन प्रदर्शित किया। इस दौरान केकड़ी शहर पूरी तरह से बंद रहा और लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रखा। जिला बार एसोसिएशन केकड़ी के अध्यक्ष राम अवतार मीणा की अगुवाई में अधिवक्ताओं ने जिले को बरकरार रखने के लिए लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। ‘जिला बचाओ मुहिम’ में विभिन्न सामाजिक संगठनों और संघों ने भी एकजुटता दिखाते हुए अपना समर्थन दिया है।
इस आंदोलन की गूंज शहर के कोने-कोने में सुनाई दे रही है। नगर परिषद के सामने धरने पर बैठे ‘केकड़ी जिला बचाओ अभियान’ के संयोजक राम अवतार सिखवाल को भी विभिन्न संगठनों का समर्थन मिल रहा है। यह आंदोलन अब एक व्यापक रूप लेता जा रहा है जिसमें केकड़ी के हर वर्ग के लोग अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं।
बार एसोसिएशन द्वारा चलाए गए इस आंदोलन को व्यापक जनसमर्थन मिला है। यह मुहिम तब शुरू हुई थी जब केकड़ी का जिला दर्जा समाप्त करने की अफवाहें फैलने लगी थीं। इसे लेकर अधिवक्ताओं और सामाजिक संगठनों ने एकजुट होकर संघर्ष का बिगुल फूंका। अधिवक्ताओं ने छोटे-छोटे समूहों में जाकर व्यापक जनसम्पर्क किया, जिसके परिणामस्वरूप शहर के विभिन्न संगठनों और संस्थाओं ने न्यायालय परिसर पहुंचकर अपने समर्थन पत्र बार एसोसिएशन को सौंपे। शहर में सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे और जनता ने भी इसमें पूरी सक्रियता से भाग लिया।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राम अवतार मीणा ने बताया कि यह बंद पूर्णतः शांतिपूर्ण था और इसका उद्देश्य केवल जिले को बचाने की मांग को सरकार के समक्ष पुरजोर तरीके से रखना था। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य केवल इतना है कि केकड़ी को जिले का दर्जा बनाए रखा जाए ताकि यहां के लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।”
इस आंदोलन का असर शहर के हर वर्ग पर देखा गया, चाहे वह व्यापारी हों, छात्र हों या फिर आम नागरिक। सभी ने अपनी-अपनी तरह से समर्थन देकर यह संदेश दिया कि केकड़ी का जिला दर्जा समाप्त करने का कोई भी प्रयास उन्हें स्वीकार्य नहीं होगा।
जिला प्रशासन ने भी स्थिति को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। कुल मिलाकर, केकड़ी बंद पूरी तरह से सफल रहा और यह एक सशक्त संदेश देने में कामयाब रहा कि जिले के अस्तित्व की रक्षा के लिए केकड़ी के लोग एकजुट हैं।
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